चाक्षुष मनु का अर्थ
[ chaakesus menu ]
चाक्षुष मनु उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- चौदह मनुओं में से छठवें मनु:"एक कथा के अनुसार चाक्षुष मनु चक्षुष के पुत्र थे"
पर्याय: चाक्षुष
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- चाक्षुष मनु के पुत्र ( भाग. पु. 4-13-16)।
- अब तक बारह कल्प के स्वायम्भु मनु , स्वरोचिष मनु, उत्तम मनु, तमास मनु, रेवत-मनु चाक्षुष मनु तथा वैवस्वत मनु के मन्वन्तर बीत चुके हैं और अब वैवस्वत तथा सावर्णैमनु की अन्तर्दशा चल रही है ।
- अब तक वराह कल्प के स्वायम्भु मनु , स्वरोचिष मनु, उत्तम मनु, तमास मनु, रेवत-मनु चाक्षुष मनु तथा वैवस्वत मनु के मन्वन्तर बीत चुके हैं और अब वैवस्वत तथा सावर्णि मनु की अन्तर्दशा चल रही है।
- अब तक वराह कल्प के स्वायम्भु मनु , स्वरोचिष मनु, उत्तम मनु, तमास मनु, रेवत-मनु चाक्षुष मनु तथा वैवस्वत मनु के मन्वन्तर बीत चुके हैं और अब वैवस्वत तथा सावर्णि मनु की अन्तर्दशा चल रही है।
- वर्तमान काल तक वराह कल्प के स्वायम्भु मनु , स्वरोचिष मनु, उत्तम मनु, तमास मनु, रेवत-मनु चाक्षुष मनु तथा वैवस्वत मनु के मन्वन्तर बीत चुके हैं और अब वैवस्वत तथा सावर्णि मनु की अन्तर्दशा चल रही है।
- अब तक वराह कल्प के स्वायम्भु मनु , स्वरोचिष मनु, उत्तम मनु, तमास मनु, रेवत मनु, चाक्षुष मनु तथा वैवस्वत मनु के मन्वंतर बीत चुके हैं और अब वैवस्वत तथा सावर्णि मनु की अंतरदशा चल रही है।
- अब तक वराह कल्प के स्वायम्भु मनु , स्वरोचिष मनु , उत्तम मनु , तमास मनु , रेवत- मनु चाक्षुष मनु तथा वैवस्वत मनु के मन्वन्तर बीत चुके हैं और अब वैवस्वत तथा सावर्णि मनु की अन्तर्दशा चल रही है।
- इसके बाद वंश विकास के लिए रिपु ने चक्षुष को जन्म दिया , चक्षुष से चाक्षुष मनु हुए और मनु ने वैराज और वैराज की कन्या से-कुत्सु , पुरु , शतद्युम्न , तपस्वी , सत्यवाक् , कवि , अग्निष्टुत , अतिराम , सुद्युम्न , अभिमन्यु-ये दश पुत्र हुए।